Search Engine Optimization होता क्या है?
Search engine optimization दो शब्दों से मिलकर बना है पहला है Search engine
और दूसरा है optimization | पहले बात करते हैं सर्च इंजन की, सर्च इंजन एक सॉफ्टवेयर सिस्टम है
जो कि वर्ल्ड वाइड वेब से,
यानी इंटरनेट से जानकारी को सर्च करने के लिए या फिर जानकारी को ढूंढने के लिए बनाया गया है |
Search Engine Optimization केसे करते है?
वेसे तो search engine optimization के बारे जायदातर लोगो को पता ही नहीं और जो लोगो
इसके बारे मे जानते हैवह भी SEO करने मे बहुत सारी गलतियाँ कर देते है जिस से उनकी वैबसाइट या आर्टिक्ल top rank मे
नहीं आ पाता है तो SEO करने के लिए नीचे दिये गए जानकारी को ध्यान से पढे |
Keyword Research
Keywords का search engine optimization मे बहुत important भूमिका होती है keyword वो words या
phrase होते है जो बताते है की आपकी वेब साइट किस बारे मे है और आपके वेब पेज पर जो जानकारी है
वो किस बारे मे है और keyword वो word होते है जिस पर वेब साइट rank भी करती है |
Target keywords
जो Keywords आपकी वेबसाइट, पोस्ट या प्रोडक्ट से संबंधित होते हैं उन्हें Target keywords कहते हैं
और जिन्हें आपके उद्देश्य लोगो की खोज में उपयोग किया जाता है।
Long-tail keywords
3 या 3 से ज्यादा से मिलकर बने हुए एक phrase को Long-tail keywords कहते है
लेकिन कभी-कभी कुछ लोगो एसे भी होते है जो 2 या उससे अधिक word होते है तो उसे
Long-tail keywords मान लेते है |
LSI keywords
LSI हमारे मेन कीवर्ड का सहायक की वर्ड होता है जिसकी मदद से हम अपने आर्टिकल को और SEO
फ्रेंडली बना सकतहैंLSI ka full form Latent Semantic Indexing होता है
जिसमें latent का मतलब hidden/unclear और Semantic का मतलब Meaning
और indexing का मतलब rank in google से होता है
Competitor keywords
आपकी विषय में आर्टिकल लिख रहे हैं अगर उसी विषय पर आपके किसी कंपीटीटर ने पहले से ही
आर्टिकल लिखा हो तो आपको उससे पहले उस आर्टिकल को पूरा पढ़ना चाहिए और उसको
एनालाइज करना चाहिए कि उसमें कौन-कौन से Keyword यूज़ हुए हैं उन्हीं को आप अपने
आर्टिकल में और अच्छे से यूज कर सकते हैं
High-volume keywords
आपको अपने आर्टिकल में कुछ ऐसे कीवर्ड्स का भी यूज़ करना चाहिए जिनको लोग ज्यादा सर्च करते हैं
इसके लिए जिस विषय पर आर्टिकल लिख रहे हो उसे एक बार गूगल में जाकर सर्च करना चाहिए और
सर्च रिजल्ट में आपको पता चल जाएगा कि लोग इस विषय पर क्या सर्च कर रहे हैं जिससे आपको और कीवर्ड मिलने की संभावना बढ़ जाएगी की और आपका आर्टिकल और बेहतर हो जाएगा
Brand keywords
अगर आप किसी ब्रांड या किसी ब्रांड के प्रोडक्ट के ऊपर कोई आर्टिकल लिख रहे हो तो आपको
उस ब्रांड से रिलेटेड कीवर्ड्स जरूर सर्च कर लेना चाहिए और उन कीवर्ड को अपने आर्टिकल में
यूज करना चाहिए इससे आपके आर्टिकल को रैंक होने में मदद मिलेगी
Relevant keywords
आप जो भी आर्टिकल लिख रहे हो उस आर्टिकल में अपनी निशा के अनुसार ही कीवर्ड का चयन
करना चाहिए इससे आपका आर्टिकल दूसरों से बेहतर हो जाएगा आपको अपनी निस से बाहर
जाकर कोई कीवर्ड इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
Search Engine Optimization(SEO) करने के तरीके
Backlinks
मान लीजिए कि आपका कोई वेबसाइट है जो गूगल पर रैंक नहीं कर रहा है लेकिन जैसे ही यह वेबसाइट
किसी पॉपुलर वेबसाइट से लिंक होगा यानी कि किसी पॉपुलर वेबसाइट के आर्टिकल में आपकी वेबसाइट
का लिंक मिल जाए जिसकी मदद से गूगल उस लिंक के जरिए गूगल आप की वेबसाइट पर आ जाएगा
और आपके कांटेक्ट को कॉल करेगा इसके बाद गूगल आपको एक अथॉरिटी प्रोवाइड करेगा जोकि
इनविजिबल होता है आम भाषा में इसको ही Backlinks बोलते हैं
Backlinks बनाने के लिए आपको अलग-अलग वेबसाइट पर जाकर अपना अकाउंट बनाना होगा और
उन वेबसाइट पर अपनी नई पोस्ट या आर्टिकल्स कार लिंक छोड़ना होगा जिसकी मदद से कुछ लोग
आपकी वेबसाइट पर आना शुरू हो जाएंगे पर इसमें ध्यान रखने की बात यह है की Backlinks हमेशा
अच्छी और हाई DA, PA वाली वेबसाइट पर ही बनाएं इससे आपकी वेबसाइट जल्दी रैंक होने की
संभावना बढ़ जाएगी
Meta Tags
मेटा टैग आपकी वेबसाइट का छोटा सा डिस्कशन होता है जिससे पता चलता है कि आपकी वेबसाइट किस
बारे में है किस निश के ऊपर है किस लिए बनी है मेटा टैग किसी यूजर के लिए नहीं होता है यह बस गूगल
क्राउलर के लिए होता है जिससे वह पता कर पाए कि आपकी वेबसाइट या आर्टिकल किस बारे में है जिससे
आपके आर्टिकल या वेबसाइट को रैंक कराया जाए गूगल सर्च में
On-page Optimization
यह एक SEO करने का टाइप है वह ऑप्टिमाइजेशन जो हम अपनी वेबसाइट या अपने पेज पर करते हैं
और जिनका कंट्रोल हमारे हाथों में होता है ऐसी ऑप्टिमाइजेशन को ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन कहते हैं
Technical SEO
Technical SEO, On Page SEO का एक टाइप है और इसमें डेवलपर एंड से काम होता है इसमें वेबसाइट के लोड टाइम को कम करना और वेबसाइट के स्ट्रक्चर को सही से
बनाना और वैबसाइट का साइटमैप बनाना और अपने वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली
बनाना यह सब टेक्निकल SEO का हिस्सा है
Link Building
लिंक बिल्डिंग एक प्रोसेस है जिससे एक वेबसाइट को दूसरी वेबसाइट से कनेक्ट किया जाता है
या लिंक किया जाता है जितने ज्यादा लिंक आपकी वेबसाइट की ओर जा रहे होंगे उतनी ही ज्यादा
वेबसाइट की अथॉरिटी मजबूत हो जाती है
Organic Traffic
वेब साइट पर जो भी keyword डालते है और उससे जो ट्रेफिक हमारी वेब साइट पर आता है
और जिसमे हमको बिलकुल भी पैसे नही होते है एसे ट्रेफिक को Organic Traffic कहते है.
यह ओरगनिक ट्रेफिक सभी ट्रेफिक से ज्यादा जरूरी होता है क्यूकी इससे सिर्फ क्वालिटी
के लोग वेब साइट पर आते है
Mobile Optimization
इससे यह पता चल जाता है कि आपकी वैबसाइट छोटे डिवाइस पर केसे दिखाई देगी
Canonicalization
इसके जरिये हम अपने वेब पेज का मैन URL, सर्च इंजन को बताते है और canonicalization search
इंजन को यह भी बताता है कि वैबसाइट का कोन सा URL जिसे इंडेक्स करना है
Image optimization
वेब पेज लेआउट और संरचना के आधार पर भिन्न होते हैं। सबसे प्रमुख इमेज ऑप्टिमाइजेशन
टूल में इमेज साइज को कंप्रेस करना, लाइट-इमेज फाइल फॉर्मेट का इस्तेमाल करना और
उन इमेज साइट विजिटर्स की संख्या को कम करना शामिल है, जिन्हें अपने ब्राउजर में लोड
करने की जरूरत होती है।
Search Engine Optimization करने के फायदे
वेसे तो SEO करने के बहुत सारे फायेदे जिनमे से कुछ हम आप लोगो को बताने जा रहे है
1. बहुत जायदा High Traffic
2. website या अपने ब्रांड का प्रमोशन
3. Business मे sudden high growth
4. Complete रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट
5. Increase ऑनलाइन earning
6. Adsenseअप्प्रोवेल जल्दी मिलता है